कवितास्लाइडर गढ़िए एक ‘झूठी कहानी’ by Teena Sharma Madhvi December 11, 2021 written by Teena Sharma Madhvi December 11, 2021 गढ़िए एक ‘झूठी कहानी’ गर पाना हैं, ‘अपनापन’ तो गढ़िए एक ‘झूठी कहानी’ …। गर ख़्वाहिशें हैं, किसी ‘अपने’ की तो गढ़िए एक झूठी कहानी। ‘कहानी का कोना’ में पढ़िए मेरी यानि, टीना शर्मा ‘माधवी’ की लिखी कविता ‘गढ़िए एक झूठी कहानी’…। ——————— गर पाना हैं, ‘अपनापन’ तो गढ़िए एक ‘झूठी कहानी’ …। गर ख़्वाहिशें हैं, किसी ‘अपने’ की तो गढ़िए एक झूठी कहानी। अमीरी नहीं बल्कि, बेबसी और गरीबी की गढ़िए एक झूठी कहानी। इसलिए नहीं कि ‘दया’ पा सको ओरो की इसलिए कि, परख सको ‘अपनेपन’ को…। एक झूठी कहानी ही सही पर, दुनिया जहान की भीड़ से अलग क्या पता मिल जाए ‘अपना’ कोई…। टीना शर्मा ‘माधवी’ जो आंखों की नमी देख सके चेहरे के भावों को पढ़ सके चुभते घावों को मुस्कान से ‘सी’ सके, जेब में भले ही पैसा न हो उसके फिर भी करोड़ों की ‘हिम्मत’ दे सके….। गर मिल सके ऐसा कहीं ‘अपना’ तो बटोर लेना उस ‘अपनेपन’ को दूरी बना लेना उस ‘थोथेपन’ से जो भीड़ में अकसर है मिलती…। जहां बनते हैं सभी ‘अपने’ होता नहीं जिनमें ‘अपनापन’ गर पाना हैं, ‘अपनापन’ तो गढ़िए एक ‘झूठी कहानी’…। क्या पता मिल जाए ‘अपना’ कोई…। दे जाए अनंत खुशियां कोई रोक लेना उसे जो लेकर आया हैं ‘अपनापन’ पकड़ लेना उसकी झोली जिसमें पड़ी हैं ताउम्र की हंसी मलमली सी हथेलियों का स्पर्श दु:खों में सहलाने वाली उंगलियों का प्रेम फिर क्या फ़र्क पड़ता हैं कहानी सच्ची हैं या झूठी….। ‘अपनापन’ तो होगा…। टीना शर्मा’माधवी’ ___________________________ कुछ और कविताएं पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें— ‘प्रतीक्षा है कविता’… यूं तेरा ‘लौटना’… सपनों की देह पर….. ‘दोस्ती वाली गठरी’ ….. प्रिय, पाठकगण आपको ‘कहानी का कोना’ में प्रकाशित कंटेंट कैसा लग रहा हैं, कृपया अपनी प्रतिक्रिया अवश्य भेंजें। साथ ही अपने सुझाव भी साझा करें जिससे ब्लॉग को और बेहतर बनाया जा सके। धन्यवाद टीना शर्मा ‘माधवी’ kahanikakona@gmail.com teenasharma.writer@gmail.com कवितागढ़िए एक 'झूठी कहानी'टीना शर्मा 'माधवी' 4 comments 0 FacebookTwitterPinterestEmail Teena Sharma Madhvi previous post ‘मीत’…. next post भटकती आत्मा… Related Posts सन्दूक January 25, 2023 ह से हिंदी January 18, 2023 हे नव-वर्ष प्रेरित करो हमें January 4, 2023 कविता दरवाज़े से जब December 18, 2022 ग़ज़ल निरुपमा चतुर्वेदी December 16, 2022 फेसबुक दोस्त December 7, 2022 गूंगी कविता…. May 27, 2022 ‘इकिगाई’ May 20, 2022 कविता ‘मां’ May 8, 2022 कविता ‘नई पौध’ May 4, 2022 4 comments Anonymous December 13, 2021 - 7:58 am Beautifully written ☘️☘️ Kumar Pawan Reply Teena Sharma 'Madhvi' December 17, 2021 - 7:51 am Thankyu🙏🙏 Reply 'प्रतीक्षा है कविता'... - Kahani ka kona 'प्रतीक्षा है कविता'... 'प्रतीक्षा है कविता' April 30, 2022 - 8:31 am […] गढ़िए एक 'झूठी कहानी' […] Reply कभी 'फुर्सत' मिलें तो... - Kahani ka kona June 10, 2022 - 9:17 am […] गढ़िए एक 'झूठी कहानी' […] Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.