कला/संस्कृतिपौराणिक कथाएंस्लाइडर जगन्नाथ मंदिर में ‘चंदन यात्रा’ उत्सव ओडिशा जगन्नाथ by teenasharma May 12, 2024 written by teenasharma May 12, 2024 जगन्नाथ मंदिर: चंदन यात्रा उत्सव भगवान जगन्नाथ को लगाया विशेष चंदन कर्नाटक के मैसूर व ओडिशा के कोरापुट से आता है चंदन कर्नाटक के मैसूर व ओडिशा के कोरापुट में तैयार होता है चंदन पीढ़ियों से चंदन बना रहे ‘घटुआरी’ नामक सेवक ओडिशा, पुरी के जगन्नाथ मंदिर में ‘चंदन यात्रा’ उत्सव की शुरुआत भगवान को चंदन लगाकर की गई। ये उत्सव 42 दिनों तक चलेगा। जिसे प्रतिवर्ष दो भागों में 21—21 दिनों तक मनाया जाता है। उत्सव का पहला भाग ‘बहार चंदना’ है जो अक्षय तृतीया से शुरु होता है। जिसी बेहद हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता हैं। भगवान जगन्नाथ वहीं भितर चंदना दूसरे भाग के रुप में अगले 21 में मनाया जाता है। चंदना यात्रा को ‘गंधलेपना’ यात्रा भी कहा जाता है। यह यात्रा भारत में मनाए जाने वाले विभिन्न उत्सवों में सबसे लंबा उत्सव है। खास बात ये है कि जगन्नाथ के लिए कर्नाटक के मैसूर और ओडिशा के कोरापुट में ये विशेष चंदन तैयार किया जाता है। जिसे ‘घटुआरी’ नामक सेवक बनाते हैं। जो पीढ़ियों से जगन्नाथ जी के लिए चंदन बनाने का कार्य करते आ रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि मानव की तरह ही भगवान जगन्नाथ को भी गर्मी लगती है। इसलिए चंदन यात्रा उत्सव के तहत उन्हें चंदन लगाने के साथ ही जलक्रीड़ा करवाई जाती है। ताकि उन्हें शीतलता मिल सके। जलक्रीड़ा के लिए जगन्नाथ के साथ विमान पर मदन मोहन, भू देवी, श्री देवी, पंच महादेव तथा पालकी में अष्टधातु से निर्मित राम—कृष्ण भी जाते हैं। जगन्नाथ मंदिर इतना ही नहीं पूरे 21 दिनों तक जगन्नाथ जी को अलग—अलग वेशभूषा पहनाई जाती है। भगवान जगन्नाथ सुंदर, आकर्षक और अपने मनोहारी रुप में भक्तों को दर्शन देते हैं। वहीं ‘केली’ और ‘मांडुअ’ दो विशेष प्रकार का भोग भी बनाया जाता है। जो बाद में प्रसादी के रुप में भक्तों में बंटता है। राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा हरियाली अमावस्या chandan yatrajagannath mandirjagannath templeodishapuri 1 comment 0 FacebookTwitterPinterestEmail teenasharma previous post वैदेही माध्यमिक विद्यालय next post नीमूचाणा किसान आंदोलन Related Posts छत्तीसगढ़ का भांचा राम August 29, 2024 बंजर ही रहा दिल August 24, 2024 जन्माष्टमी पर बन रहे द्वापर जैसे चार संयोग August 24, 2024 देश की आज़ादी में संतों की भूमिका August 15, 2024 विनेश फोगाट ओलंपिक में अयोग्य घोषित August 7, 2024 बांडी नदी को ओढ़ाई साड़ी August 3, 2024 मनु भाकर ने जीता कांस्य पदक July 28, 2024 रामचरित मानस यूनेस्को ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड’ सूची... May 15, 2024 नीमूचाणा किसान आंदोलन May 14, 2024 वैदेही माध्यमिक विद्यालय May 10, 2024 1 comment रामचरित मानस यूनेस्को ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड’ सूची में - Kahani ka kona May 15, 2024 - 10:34 am […] सूची… नीमूचाणा किसान आंदोलन जगन्नाथ मंदिर में ‘चंदन यात्रा’ उत… वैदेही माध्यमिक विद्यालय Basant Panchami […] Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.