कहानियाँलघुकथालेखक/साहित्यकार लघुकथा—सौंदर्य लेखिका—डॉ.कविता माथुर by teenasharma February 11, 2023 written by teenasharma February 11, 2023 कहानी का कोना में पढ़िए लेखक व कलाकार डॉ. कविता माथुर की लिखी लघुकथा—सौंदर्य …। कविता माथुर की ‘इश्क़ नाखुदा-दिल पतवार’ शीर्षक से पुस्तक प्रकाशित हो चुकी हैं। इसके अलावा सात साझा पुस्तकों में भी इनकी भागीदारी है। ‘राजा बेटा’, ‘हम पॉंच फिर से’, ‘मैं भी अर्धांगिनी’, ‘प्यार तूने क्या किया’, ‘अग्रसेन घर एक मंदिर’ टीवी सीरियल में भी इन्होंने मुख्य किरदार निभाए हैं। वहीं ‘खडिया का घेरा’, ‘नागपाश’, ‘मनू मायरा’, ‘गाथाबंदिनी’,’अजीब दास्तां’ जैसे नाटकों में भी अहम पात्र निभाए हैं। डॉ.कविता माथुर लघुकथा—सौंदर्य उस फेसबुक पोस्ट से बगावत की बू आ रही थी -स्त्रीत्व से बगावत की, समाज से बगावत की,संस्कृति से बगावत की,सौंदर्य से बगावत की…। वह पोस्ट झुठला रही थी भावनाओं को – मातृत्व की भावनाओं को, पत्नीत्व की भावनाओं को, पुत्रीत्व की भावनाओं को, स्त्रीत्व की भावनाओं को…। “अगर सौंदर्य देखना हो तो चरित्रहीन स्त्री को देखो “…ये कैसा वक्तव्य था ? तथ्यात्मक विचार था या काल्पनिक धरातल पर उगा कोई ज़हरीला झाड़ ?? सौंदर्य की अवधारणा का कौन सा नया आयाम खोज लाया था ये अहमक फेसबुकिया मित्र ??? स्त्रियों की नाराजगी चरम पर थी ..मन में तरह -तरह के सवाल उठ खड़े थे ..इतिहास कुरेदा जा रहा था..तुलसीदास से लेकर सिगमंड फ्रायड , मंटो ,अमृता ,खुशवंत सिंह तक अपनी -अपनी विचारधाराओं का पिटारा लिये कटघरे में खड़े थे और महिलाओं के तमाम संगठन मोरचे की तैयारी में …। रिंग टोन,कारें ,एमरजेंसी मीटिंग्स …इस पोस्ट ने तहलका मचा दिया था…। इधर ये सब चल रहा था और उधर ??? इन सारी गतिविधियों से बे-खबर इस पोस्ट की मुख्य किरदार — वह चरित्रहीन सुन्दर स्त्री — पहर दर पहर सौंदर्य को अपनी सम्पूर्णता प्रदान करने को तत्पर थी …। आखिर उसने अपने लाल को कल सुबह एक प्रतिष्ठित शाला में भेजने का प्रबंध जो कर लिया था !!! डा.कविता माथुर जयपुर कुछ अन्य रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें— गुटकी सन्दूक कुछ पन्ने इश्क़ कहानी-बुधिया चाबी इश्क़ नाखुदा-दिल पतवारडॉ. कविता माथुरप्यार तूने क्या कियालघुकथासौंदर्य 2 comments 2 FacebookTwitterPinterestEmail teenasharma previous post बाहुबली next post प्रतीक्षा में पहला पत्र Related Posts विंड चाइम्स September 18, 2023 रक्षाबंधन: दिल के रिश्ते ही हैं सच्चे रिश्ते August 30, 2023 गाथा: श्री घुश्मेश्वर महादेव August 13, 2023 पहली गुरु हमारी ‘मां’ July 4, 2023 उपन्यास ’उधड़न’ का लोकार्पण June 24, 2023 साहित्यकार सम्मान April 17, 2023 अपनत्व April 12, 2023 प्यार के रंग March 13, 2023 बकाया आठ सौ रुपए March 1, 2023 एक-एक ख़त…बस February 20, 2023 2 comments Rajesh Batra February 11, 2023 - 5:14 pm Behtareen Kavitaji. Sunita wale to bhagwan ko bhee nanhi chortle.. Magar uss stri ki majboori koi nanhi samajh raha jiske liye uske lal se jyada jaroori kuch bhee nanhi..uska khud ka atmsamman bhee nanhi. Reply teenasharma February 13, 2023 - 4:37 am जी धन्यवाद राजेश जी। Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.