लघुकथा—सौंदर्य

लेखिका—डॉ.कविता माथुर

by teenasharma
लघुकथा—सौंदर्य

कहानी का कोना में पढ़िए लेखक व कलाकार डॉ. कविता माथुर की लिखी लघुकथा—सौंदर्य …। कविता माथुर की ‘इश्क़ नाखुदा-दिल पतवार’ शीर्षक से पुस्तक प्रकाशित हो चुकी हैं। इसके अलावा सात साझा पुस्तकों में भी इनकी भागीदारी है। ‘राजा बेटा’, ‘हम पॉंच फिर से’, ‘मैं भी अर्धांगिनी’, ‘प्यार तूने क्या किया’, ‘अग्रसेन घर एक मंदिर’ टीवी सीरियल में भी इन्होंने मुख्य किरदार निभाए हैं। वहीं ‘खडिया का घेरा’, ‘नागपाश’, ‘मनू मायरा’, ‘गाथाबंदिनी’,’अजीब दास्तां’ जैसे नाटकों में  भी अहम  पात्र निभाए हैं।

लघुकथा—सौंदर्य

डॉ.कविता माथुर

लघुकथा—सौंदर्य

उस फेसबुक पोस्ट से बगावत की बू आ रही थी -स्त्रीत्व से बगावत की, समाज से बगावत की,संस्कृति से बगावत की,सौंदर्य से बगावत की…।
वह पोस्ट झुठला रही थी भावनाओं को – मातृत्व की भावनाओं को, पत्नीत्व की भावनाओं को, पुत्रीत्व की भावनाओं को, स्त्रीत्व की भावनाओं को…।

“अगर सौंदर्य देखना हो तो चरित्रहीन स्त्री को देखो “…ये कैसा वक्तव्य था ? तथ्यात्मक विचार था या काल्पनिक धरातल पर उगा कोई ज़हरीला झाड़ ?? सौंदर्य की अवधारणा का कौन सा नया आयाम खोज लाया था ये अहमक फेसबुकिया मित्र ???

स्त्रियों की नाराजगी चरम पर थी ..मन में तरह -तरह के सवाल उठ खड़े थे ..इतिहास कुरेदा जा रहा था..तुलसीदास से लेकर सिगमंड फ्रायड , मंटो ,अमृता ,खुशवंत सिंह तक अपनी -अपनी विचारधाराओं का पिटारा लिये कटघरे में खड़े थे और महिलाओं के तमाम संगठन मोरचे की तैयारी में …।

रिंग टोन,कारें ,एमरजेंसी मीटिंग्स …इस पोस्ट ने तहलका मचा दिया था…।
इधर ये सब चल रहा था और उधर ???

इन सारी गतिविधियों से बे-खबर इस पोस्ट की मुख्य किरदार — वह चरित्रहीन सुन्दर स्त्री — पहर दर पहर सौंदर्य को अपनी सम्पूर्णता प्रदान करने को तत्पर थी …।
आखिर उसने अपने लाल को कल सुबह एक प्रतिष्ठित शाला में भेजने का प्रबंध जो कर लिया था !!!

डा.कविता माथुर
जयपुर

कुछ अन्य रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें—

गुटकी

सन्दूक

कुछ पन्ने इश्क़

कहानी-बुधिया

चाबी

 

 

Related Posts

2 comments

Rajesh Batra February 11, 2023 - 5:14 pm

Behtareen Kavitaji. Sunita wale to bhagwan ko bhee nanhi chortle.. Magar uss stri ki majboori koi nanhi samajh raha jiske liye uske lal se jyada jaroori kuch bhee nanhi..uska khud ka atmsamman bhee nanhi.

Reply
teenasharma February 13, 2023 - 4:37 am

जी धन्यवाद राजेश जी।

Reply

Leave a Comment

नमस्कार,

   ‘कहानी का कोना’ में आप सभी का स्वागत हैं। ये ‘कोना’ आपका अपना ‘कोना’ है। इसमें कभी आप ख़ुद की कहानी को पाएंगे तो कभी अपनों की…। यह कहानियां कभी आपको रुलाएगी तो कभी हंसाएगी…। कभी गुदगुदाएगी तो कभी आपको ज़िंदगी के संघर्षों से लड़ने का हौंसला भी देगी। यदि आप भी कहानी, कविता व अन्य किसी विधा में लिखते हैं तो अवश्य ही लिख भेजिए। 

 

टीना शर्मा ‘माधवी’

(फाउंडर) कहानी का कोना(kahanikakona.com ) 

kahanikakona@gmail.com

error: Content is protected !!