कविताकहानियाँ ‘दोस्ती वाली गठरी’ ….. by Teena Sharma Madhvi August 1, 2021 written by Teena Sharma Madhvi August 1, 2021 बरसों बाद खोली हैं एक ‘गठरी’ उठाकर देखा तो अब भी बेहद हल्की सी लगी…। मन चाहा इसे कांधे पर लटका लूं मगर रिश्तों से भरी पड़ी गठरियों ने कांधे पर कोई जगह ही न छोड़ी थी…। आज इन लदी पड़ी गठरियों ने ही रह—रहकर कांधे झूकने का अहसास कराया …। तब ‘हल्की’ गठरी की याद आ गई। जिसे बरसों बाद यूं खोलने को मन तरसा हैं..। वो अल्हड़ मस्ती, बात—बात पर निकलें ठहाकों की गूंज गुस्सा आने पर भी यूं पास बैठे रहना गलती होने पर भी साथ देना नहीं मानने की ज़िद पर भी बार—बार समझाते रहना हमेशा ‘परफेक्ट’ कहकर हौंसला बढ़ाना झिड़कियां देने पर भी मुंह न फेरना…। हार जाने को भी सेलिब्रेट करना और बार—बार ये पूछते रहना तू ठीक तो हैं ना…? ये हैं ‘दोस्त’ और उसकी ‘दोस्ती’…। इत्ते पर भी कोई अपेक्षा न रखना…। वाह रे! दोस्ती वाली गठरी…। सबकी ख्वाहिशों को पूरा करते—करते न जानें कब हाथ से छूट गई दोस्ती वाली गठरी..। न जानें कब छूट गए दोस्त जो आंखों में आंसू की एक बूंद तक न आने देते न जानें कहां चले गए वो सारे ‘दिल’ जो ‘आत्मियता’ से जुड़े हुए थे…। अब भी बंधी पड़ी हैं वो सारीं खुशियां, जो चेहरे पर मुस्कान दे जाती हैं…। यही तोहफा तो हैं ‘फ्रेंडशिप डे’ का… जिसे दोस्ती की गहरी यादों ने सजाए रखा हैं जो ख़जाना बनकर अब भी बाकी हैं ‘दोस्ती वाली गठरी’ में….। 11 comments 0 FacebookTwitterPinterestEmail Teena Sharma Madhvi previous post ‘मुंशी प्रेमचंद’—जन्मदिन विशेष next post सपनों की देह पर….. Related Posts समर्पण October 28, 2023 विंड चाइम्स September 18, 2023 रक्षाबंधन: दिल के रिश्ते ही हैं सच्चे रिश्ते August 30, 2023 रक्षा बंधन गीत August 27, 2023 गाथा: श्री घुश्मेश्वर महादेव August 13, 2023 मीठे नीम से पिता June 18, 2023 गर लफ़्ज़ों की दहलीज होती April 23, 2023 खुद के लिए जीना April 20, 2023 अपनत्व April 12, 2023 प्यार के रंग March 13, 2023 11 comments कैलाश मनहर August 1, 2021 - 1:50 pm बहुत संवेदनापूर्ण कविता है | सब की यही स्थिति है किन्तु आपने शब्दों में ढाल कर कहा | अच्छी लगी | Reply Prashant sharma August 1, 2021 - 1:55 pm क्या कहूं शब्द नहीं है। बहुत ही शानदार अभिव्यक्ति। Reply Vaidehi-वैदेही August 1, 2021 - 2:02 pm बहुत ख़ूब 👌🏻 Reply Anonymous August 1, 2021 - 5:34 pm Beautifully expressed feelings �� Kumar Pawan Reply Teena Sharma 'Madhvi' August 1, 2021 - 5:56 pm Thankyou🙏 Reply Teena Sharma 'Madhvi' August 1, 2021 - 5:56 pm 🙏🙏 Reply Teena Sharma 'Madhvi' August 1, 2021 - 5:57 pm Thankyou🙏 Reply Teena Sharma 'Madhvi' August 1, 2021 - 5:58 pm धन्यवाद सर🙏 Reply 'प्रतीक्षा है कविता'... - Kahani ka kona 'प्रतीक्षा है कविता'... 'प्रतीक्षा है कविता' April 30, 2022 - 8:32 am […] 'दोस्ती वाली गठरी' ….. […] Reply गढ़िए एक 'झूठी कहानी' - Kahani ka kona June 9, 2022 - 5:53 am […] 'दोस्ती वाली गठरी' ….. […] Reply कभी 'फुर्सत' मिलें तो... - Kahani ka kona June 10, 2022 - 9:34 am […] 'दोस्ती वाली गठरी' ….. […] Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.