कविता यूं तेरा ‘लौटना’… by Teena Sharma Madhvi November 17, 2021 written by Teena Sharma Madhvi November 17, 2021 यूं तेरा ‘लौटना’ बेशक एक नई शुरुआत है जिसमें ख़ुद से ख़ुद की मुलाकात है। तेरा ‘लौटना’ बेशक आत्मा का एक ‘सुकून’ है,….। उस भोली सुबह की पहली किरण भी है। तेरा ‘लौटना’ उस पहली ‘छुअन’ की याद दिलाना और साथ गुज़ारें पलों का अहसास भी है…। निश्चत ही तेरा ‘लौटना’ मेरा ‘वजूद’ भी है और मेरे होने का ‘सबूत’ भी…। मगर….! मगर….! सिद्धी शर्मा तेरा लौटना उस ‘अंत’ के बाद की शुरूआत है, जो न ‘लौटने’ के लिए हुआ था कभी….। तेरा लौटना उस ‘अंत’ के बाद की शुरूआत है, जो न ‘लौटने’ के लिए हुआ था कभी….। दिल तेरे यूं लौट आने पर कैसे खोले वो दरवाज़े जिसे ख़ुद तूने ही बंद किए थे कभी….। बेशक तेरा यूं ‘लौट आना’ एक नई शुरुआत है एक नई शुरुआत हैं…’मगर’…! अब न वो ‘हालात’ हैं और न वो ‘बात’ है…। बेशक तेरा यूं ‘लौट आना’ एक नई शुरुआत है…… टीना शर्मा ‘माधवी’ 3 comments 0 FacebookTwitterPinterestEmail Teena Sharma Madhvi previous post ‘पारंपरिक खेल’ क्यों नहीं…? next post रानी लक्ष्मीबाई जयंती—- Related Posts बंजर ही रहा दिल August 24, 2024 रक्षा बंधन गीत August 27, 2023 मीठे नीम से पिता June 18, 2023 गर लफ़्ज़ों की दहलीज होती April 23, 2023 खुद के लिए जीना April 20, 2023 सन्दूक January 25, 2023 ह से हिंदी January 18, 2023 हे नव-वर्ष प्रेरित करो हमें January 4, 2023 कविता दरवाज़े से जब December 18, 2022 ग़ज़ल निरुपमा चतुर्वेदी December 16, 2022 3 comments कविता 'नई पौध' - Kahani ka kona May 4, 2022 - 5:06 am […] यूं तेरा 'लौटना'… […] Reply कभी 'फुर्सत' मिलें तो... - Kahani ka kona June 10, 2022 - 9:28 am […] यूं तेरा 'लौटना'… […] Reply गढ़िए एक 'झूठी कहानी' - Kahani ka kona June 11, 2022 - 8:31 am […] यूं तेरा 'लौटना'… […] Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.