ज्वलंत मुद्ददेप्रासंगिक मुद्दे लॉकडाउन में ‘इरफान’ का यूं चले जाना…. by Teena Sharma Madhvi April 29, 2020 written by Teena Sharma Madhvi April 29, 2020 मेरे कुछ शब्द आज उस कलाकार को समर्पित हैं जिसने अपनी अदायगी से सिनेमा जगत में अमिट छाप छोड़ी हैं। इनके जाने से वाकई सिनेमा जगत में एक सूनापन ही शेष रह गया है। मेरे पास आज वो शब्द नहीं जिनसे मैं इस दु:खद पल को भर सकूं..। कुछ शब्द शेष है जो इस महान कलाकार को हमेशा अपनी अदायगी के रुप में जिंदा रखेंगे…। इरफान खान मेरे पसंदीदा कलाकारों में शामिल थे…लेकिन आज जब उनके निधन की ख़बर सुनी तो दिल धक से रह गया। दिल मानने को तैयार न था लेकिन सच को स्वीकारना ही था…। ये वो कलाकार थे जो अपने किरदार को जीते थे, यहीं वजह है कि इनकी हर फिल्म का किरदार अलग—अलग रुप में नज़र आता। लेकिन हर किरदार में कुछ नयापन होता, जो हमेशा निखर कर आता। ऐसे उम्दा और दमदार किरदार को भूल पाना संभव नहीं होगा…। जब भी उम्दा और बेहतरीन अदायगी की बात होगी..ये ‘पान सिंह तोमर’ और ‘मकबूल’ हमेशा याद आएगा..। इरफान में सीखने की जो ललक थी वो ही उनकी फिल्मों में साफ दिखती थी। जो हर किसी के लिए एक प्रेरणा है। ..वरना यूं ही लंच बॉक्स का ‘साजन’ और हासिल का ‘स्टूडेंट लीडर रणविजय’ दर्शकों के दिल में जगह न बनाते…। इरफान की अदाकारी को जीने वाले कैसे भूलेंगे उनकी फिल्म ब्लैकमेल, सलाम बॉम्बे, द वॉरियर, रोग, स्लम डॉग मिलेनियर, सात खून माफ, हैदर, पीकू , बिल्लू बारबर, हिन्दी मीडियम और हाल ही में निर्देशित अंग्रेजी मीडियम में निभाई हुई उनकी भूमिका को..। जयपुर में पले—बड़े, यहां की गलियों में घुमने वाले और बॉलीवुड—हॉलीवुड में अपने संवादों की अदायगी का जलवा बिखेरने वाले इरफान ने भले ही जिंदगी की जंग हार दी हो लेकिन वे करोड़ों दिलों में हमेशा जीते रहेंगे…। मेरी यह पोस्ट आज इस महान कलाकार को श्रृद्धाजंलि अर्पित करती है………। 7 comments 0 FacebookTwitterPinterestEmail Teena Sharma Madhvi previous post लॉकडाउन और ‘शेक्सपियर’ next post लॉकडाउन: ‘मैं मरकर भी नहीं मर सका’… Related Posts महिला अधिकार व सुरक्षा January 12, 2023 ‘मर्दो’ का नहीं ‘वीरों’ का है ये प्रदेश... March 10, 2022 ‘पाती’ पाठकों के नाम…. May 26, 2021 सोशल मीडिया से ‘ऑफलाइन’ का वक़्त तो नहीं….? February 27, 2021 गणतंत्र का ‘काला’ दिन.. January 26, 2021 अन्नदाता की हांफती सांसों की कीमत क्या…? December 23, 2020 वर्चुअल दुनिया में महिलाएं असुरक्षित November 3, 2020 कदम—कदम पर हाथरस… October 3, 2020 असल ‘ठेकेदारी’ करके तो देखो.. September 21, 2020 कब बोलेंगे ‘हम’ सब ‘हिन्दी’… September 14, 2020 7 comments ashks1987 April 29, 2020 - 10:55 am सच एक बहुत अच्छा कलाकार हमसे दूर चला गया। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। Reply Unknown April 29, 2020 - 11:02 am Really he is a souch a Artiest vo hamesha humaray dil mai RIP🙏🙏 Reply Vaidehi-वैदेही April 30, 2020 - 4:43 am भावभीनी श्रद्धांजलि 🙏 Reply Teena Sharma 'Madhvi' May 1, 2020 - 12:31 pm 🙏🙏🙏🙏🙏 Reply Teena Sharma 'Madhvi' May 1, 2020 - 12:33 pm 🙏🙏🙏🙏🙏 Reply Teena Sharma 'Madhvi' May 1, 2020 - 12:34 pm 🙏🙏🙏🙏🙏 Reply ऐसे थे 'संतूर के शिव' - Kahani ka kona May 11, 2022 - 4:30 pm […] लॉकडाउन में 'इरफान' का यूं चले जाना…. […] Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.