अपनी 'बात' पुस्तक परविविधस्लाइडर ‘इकिगाई’ by teenasharma May 20, 2022 written by teenasharma May 20, 2022 ‘इकिगाई’ ‘ओकिनावा’ और ‘ओगिमी’ के लोग ‘शतायु’ हैं…वे अधिक वर्षो तक जीवन जीते हैं इसलिए नहीं कि यहां की जलवायु में ये वरदान हैं बल्कि इसलिए कि इन सभी के पास अपना ‘इकिगाई’ हैं…। इससे पहले तक ‘हेक्टर गार्सिया’ और ‘फ्रांसिस मिरेलस’ भी ये नहीं जानते थे जो कि एक राइटर हैं..। इन दोनों की एक खोज और अथक प्रयासों ने इन्हें इस ‘जादुई शब्द’ ‘इकिगाई’ तक पहुंचाया..और इन्होंने क़िताब के माध्यम से इस राज़ को दुनिया तक पहुंचाया…। मेरे हाथ में क़िताब ‘इकिगाई’ का हिन्दी संस्करण हैं जिसे ‘प्रसाद ढापरे’ ने अनुवादित किया हैं…। दरअसल, मुझे इसका ‘टाइटल’ बेहद आकर्षित लगा ‘इकिगाई’…। एक लंबे समय की कोशिशों के ‘हेक्टर गार्सिया’ और ‘फ्रांसिस मिरेलस’ ‘हेक्टर गार्सिया’ और ‘फ्रांसिस मिरेलस’ बाद समय निकालकर आख़िरकार मैंने इसे पढ़ ही डाला…। दोनों राइटर ‘हेक्टर गार्सिया’ और ‘फ्रांसिस मिरेलस’ अपनी इस क़िताब में वहीं बताने और कहने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें से कुछ—कुछ तो हम सभी जानते हैं पर मानते नहीं हैं…और जापान के लोग जानने के साथ ही इसे मानते हैं और मरते दम तक इसे फॉलो भी करते हैं…। असल में उन्हें उनका ‘इकिगाई’ पता हैं…। लेकिन हम में से अधिकतर को अपना ‘इकिगाई’ पता ही नहीं होता हैं…और पूरी उम्र बीत जाती हैं…। जो असल में इस जादुई शब्द को समझ सके हैं असल में वे ही ‘शतायु’ हैं…। इस एक शब्द में भरपूर जीवन जीने का रहस्य छुपा हैं…। डे—वन से मेरा इकिगाई मेरे साथ हैं…जिसे लेकर मैं बहुत स्पष्ट हूं…पर क्या आप हैं…? ये क़िताब ऐसे ही सवालों का जवाब हैं…कोई ज्ञान नहीं देती बल्कि एक सच से रुबरु करवाती हैं…। जैसे—जैसे आप पन्ने पलटेंगे नए—नए शब्दों से परिचित होंगे…। ‘मोआई’…’हारा हाची बु’…’इचारीबो चोडे’…। इन सभी के अर्थ आपको कहीं न कहीं सुकून देंगे…। दक्षिणी जापान स्थित ‘ओगिमी’ एक गांव हैं जो कि दीर्घायु लोगों के गांव के रुप में जाना जाता हैं। इस गांव की आबादी महज 3000 के करीब हैं लेकिन इनके जीने का तरीका कुदरती होने के साथ ही साथ एक और वजह पर टीका हैं…वो हैं ‘इकिगाई’…। यही ‘इकिगाई’ ओकिनावा टापू पर रहने वाले लोगों के दीर्घायु होने का भी राज़ हैं..। टीना शर्मा ‘माधवी’ _____________ और भी कहानियां, कविता, लेख और विविध पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें— ‘मुंशी प्रेमचंद’—जन्मदिन विशेष 74 साल का ‘युवा भारत’ स्वदेशी खेल…राह मुश्किल ___________________ प्रिय पाठकगण, आपको ब्लॉग और इसका कंटेंट कैसा लग रहा हैं इस बारे में भी अपनी राय अवश्य भेजें…। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए बेहद अमूल्य हैं, जो हमें लिखते रहने की उर्जा देती हैं। धन्यवाद इकिगाईहेक्टर गार्सिया' और 'फ्रांसिस मिरेलस 7 comments 0 FacebookTwitterPinterestEmail teenasharma previous post कहानी ‘ताई’… next post ‘चपरकनाती’.. Related Posts लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन November 7, 2024 छत्तीसगढ़ का भांचा राम August 29, 2024 बंजर ही रहा दिल August 24, 2024 जन्माष्टमी पर बन रहे द्वापर जैसे चार संयोग August 24, 2024 देश की आज़ादी में संतों की भूमिका August 15, 2024 विनेश फोगाट ओलंपिक में अयोग्य घोषित August 7, 2024 बांडी नदी को ओढ़ाई साड़ी August 3, 2024 मनु भाकर ने जीता कांस्य पदक July 28, 2024 रामचरित मानस यूनेस्को ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड’ सूची... May 15, 2024 नीमूचाणा किसान आंदोलन May 14, 2024 7 comments shailendra sharma May 20, 2022 - 6:20 am किताब का शीर्षक वाकई मैं आकर्षित कर रहा है समय निकालकर इसे जरूर पढ़ने की कोशिश करूंगा Reply teenasharma May 26, 2022 - 9:19 am ji thankyu Reply נערת ליווי July 28, 2022 - 8:57 pm Itís difficult to find well-informed people in this particular subject, but you sound like you know what youíre talking about! Thanks Reply דירות דיסקרטיות חולון August 15, 2022 - 8:30 am Greetings! Very useful advice within this article! It is the little changes that produce the most significant changes. Thanks for sharing! Reply דירות דיסקרטיות בחולון-israelnightclub September 9, 2022 - 5:45 pm Itís nearly impossible to find educated people in this particular subject, but you seem like you know what youíre talking about! Thanks Reply עיסוי אירוטי במרכז-israelnightclub September 14, 2022 - 7:53 pm Very nice post. I certainly appreciate this site. Keep it up! Reply teenasharma November 15, 2022 - 2:43 pm thankyu so much Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.