लॉकडाउन में सच्ची कहानियाँ लॉकडाउन में ‘लेडी वॉरियर’ by Teena Sharma Madhvi April 7, 2020 written by Teena Sharma Madhvi April 7, 2020 आज पूरा विश्व जहां कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। वहीं देश के भीतर ऐसे नायक और नायिकाएं भी है जो अपनी जान की परवाह किए बगैर अपनी ड्यूटी बड़ी मुश्तैदी के साथ निभा रहे है। संकट के बीच ड्यूटी निभा रहे इन कोरोना वॉरियर्स की जितनी तारीफ की जाए वह कम है। जगह—जगह से हमें कहीं पुलिस वाले तो कहीं डॉक्टर्स, नर्स और सफाई कर्मचारियों द्वारा की जा रही सेवा के किस्से कहानी सुनने को मिल रहे है। और हो भी क्यूं ना, इनका ज़ज्बा ही कुछ ऐसा है। ऐसे ही कोरोना वारियर्स में इस नायिका का नाम भी शामिल है जो ख़ुद शारीरिक चुनौतियों का सामना कर रही है। लेकिन इस मुश्किल हालात में अपनी ड्यूटी पर डटी हुई है। ये है उषा शर्मा, जो चित्तौड़गढ़ जिले के महिला एवं बाल चिकित्सालय में एक सीनियर महिला नर्सिंगकर्मी है। उषा पिछले सत्ताइस सालों से मेडिकल सर्विस में है। और पिछले एक दशक से अधिक समय से व्हील चैयर पर है। लेकिन अपनी ड्यूटी और फर्ज़ के प्रति बेहद ईमानदार है। आज जब देश को इनकी सेवा की ज़रुरत है तो ये अपनी शारीरिक तकलीफ को भूलकर सेवा में जुट गई है। और दूसरों की जान बचाने के लिए ड्यूटी से मुंह नहीं फेरा। जबकि इनकी स्थिति को देखते हुए इन्हें संभवतया लीव मिल सकती थी। लेकिन इनका कहना है कि ‘ये ही वक़्त है ख़ुद से ख़ुद की पहचान कराने का’…। ये हर रोज डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ टीम के साथ अस्पताल में आने वालों को लगातार जागरुक कर रही है। सभी से अनुनय विनय करते हुए घर पर रहने और बेवजह छोटी मोटी तकलीफ लेकर अस्पताल पहुंचने वालों को समझा भी रही है। इतना ही नहीं चारों तरफ एक सकारात्मक सोच का माहौल बनें इसके लिए इनकी पूरी टीम ने मंत्रोच्चार के सुर भी साधे है। हमें समझना होगा कि इनका भी परिवार है लेकिन हमारी सुरक्षा इनके लिए आज सबसे बड़ा कर्तव्य बन गया है। हम इतिहास के ऐसे दौर से गुज़र रहे है जहां पर जीवन को बचाने की हर संभव जद्दोजहद की जा रही है। ऐसे में इन कर्मवीर योद्धाओं का हम सबको उत्साह बनाए रखना होगा। नतमस्तक है हम इनके कर्म के आगे…। आप सभी के साथ एक बात और साझा करना चाहूंगी जिस पर मुझे बेहद गर्व हो रहा है। उषा जी और कोई नहीं बल्कि ये मेरी जेठानी जी है। और मुझे हमेशा इनकी कर्मशीलता पर गर्व रहेगा। मुझे लगता है कि इनके इस जज़्बे को आपके सामने लाना भी मेरा एक कर्तव्य है। ये मेरी फैमिली का एक सदस्य है जिनकी शारीरिक तकलीफ से मैं अच्छी तरह से वाकिफ हूं। इसीलिए इनकी सेवा का जिक्र आपके साथ साझा करना मुझे उचित लगा। जब ऐसे वारियर्स हमारी रक्षा के लिए डटे हुए हैं तो फिर कोरोना क्यूं नहीं भागेगा…। उसे जाना ही होगा…। 8 comments 0 FacebookTwitterPinterestEmail Teena Sharma Madhvi previous post लॉकडाउन में जीवन की ‘कोलाहल’ next post लॉकडाउन में धड़कता ‘खाकी’ का दिल Related Posts ‘लाला’ की दुकान अब भी है ‘चालू’ June 1, 2020 लॉकडाउन में मकान मालिक को ‘ज़िंदगी का सबक’ May 30, 2020 लॉकडाउन में ‘दादी से पहचान’ May 27, 2020 लॉकडाउन में ‘बूढ़ी आंखों की उम्मीदें’ May 26, 2020 लॉकडाउन में एक ‘मां’ का फैसला May 9, 2020 लॉकडाउन और ‘शेक्सपियर’ April 26, 2020 लॉकडाउन में धड़कता ‘खाकी’ का दिल April 16, 2020 लॉकडाउन में जीवन की ‘कोलाहल’ April 5, 2020 लॉकडाउन में रिश्तों की ‘एंट्री’ March 26, 2020 8 comments Prashant sharma April 8, 2020 - 5:23 am ऐसे सभी लोगों के लिए बस एक ही शब्द है, हमें गर्व है। सलाम। Reply shailendra April 8, 2020 - 5:59 am देश और प्रदेश के सभी कोरोना वॉरियर्स को सदर नमन और आपका धन्यवाद Reply Secreatpage April 11, 2020 - 12:16 pm बहुत बढ़िया Reply Usha April 13, 2020 - 2:25 am टीना बहुत-बहुत धन्यवाद मुझे और मेरे साथियों का उत्साह बढ़ाने के लिए सभी को तुम्हारा अंदाज पसंद आया सभी की तरफ से तुम्हें धन्यवाद Reply Teena Sharma 'Madhvi' April 14, 2020 - 1:23 pm जी, धन्यवाद। Reply Teena Sharma 'Madhvi' April 14, 2020 - 1:25 pm जी, आपको भी धन्यवाद। Reply Teena Sharma 'Madhvi' April 14, 2020 - 1:26 pm धन्यवाद। Reply Teena Sharma 'Madhvi' April 14, 2020 - 1:29 pm इस वक्त आप और आपकी पूरी टीम धन्यवाद की पात्र है। मैंने तो सिर्फ लोगों को कोरोना वारियर्स के प्रति प्रेम और सम्मान बनाए रखने के लिए एक छोटा सा प्रयास किया है। Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.