कविताग़ज़ललेखक/साहित्यकार ग़ज़ल निरुपमा चतुर्वेदी कवयित्री by teenasharma December 16, 2022 written by teenasharma December 16, 2022 ग़ज़ल लेखक व साहित्यकार श्रेणी में आज पढ़िए कवयित्री निरुपमा चतुर्वेदी ‘रूपम’ की लिखी ग़ज़ल…। कवयित्री निरुपमा चतुर्वेदी की मुख्य विधा – ग़ज़ल, मुक्तक और गीत हैं..। इनके कई साझा संग्रह प्रकाशित हुए हैं जिनमें ‘विहंग प्रीति के'(मुक्तक-संग्रह) गीतिका है मनोरम सभी के लिए (गीतिका संग्रह), साझा गजल संग्रह, काव्य- कुंज, अल्फाज़ के गुँचे, साहित्य-कुन्दन, अधूरी ग़ज़ल आदि शामिल हैं। इन्हें ‘गीतिका श्री’, ‘मुक्तक-शिरोमणि’, ‘काव्य-श्री’, ‘साहित्य-कुन्दन’ आदि सम्मानों से नवाज़ा गया हैं। तो पढ़िए— ग़ज़ल निरुपमा चतुर्वेदी…। निरुपमा चतुर्वेदी ‘रुपम’ मुस्तक़िल हो शबाब नामुमकिन। फूल सब हों गुलाब नामुमकिन। मुझ सी कोई किताब नामुमकिन। मुझको पढ़ना जनाब नामुमकिन। कर्ज़ सबका उतार सकते हो, माँ का चुकना हिसाब नामुमकिन। ज़ीस्त तुझको पढ़ा है शिद्दत से, फिर भी छूटे न बाब नामुमकिन। चाँद, जुगनू, चराग़ मिलकर भी, बन सकें आफ़ताब नामुमकिन । ख़्वाब तो सब हसीन होते हैं, ख़्वाब का इंतिखाब नामुमकिन। निरुपमा चतुर्वेदी हारना तय है मौत से इक दिन, इससे बचना जनाब नामुमकिन। नश्शा चढ़कर हो दाइमी जिसका, ऐसी कोई शराब नामुमकिन । दोस्त यूँ तो कई मिले ‘रूपम’ तुझ सा हो लाजवाब नामुमकिन। समाप्त लेखक— निरुपमा चतुर्वेदी ‘रूपम’ जयपुर ग़ज़ल के कुछ शब्द नीचे दिए गए है, जिनका हिन्दी अर्थ प्रस्तुत हैं— बाब- अध्याय, पुस्तक का कोई परिच्छेद आफ़ताब -सूर्य इंतिख़ाब – चयन, चुनाव दाइमी- स्थायी अन्य कविता व कहानियां पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। आपको ये रचना कैसी लगी अपनी प्रतिक्रिया अवश्य भेजें। गूंगी कविता…. कविता ‘मां’ कविता ‘नई पौध’ ‘प्रतीक्षा है कविता’… —————————————————————————————————————— प्रिय पाठकगण, पिछले दिनों ‘कहानी का कोना’ ब्लॉग की ‘लेखक व साहित्यकार’ श्रेणी के अंतर्गत लेखकों ने अपनी कहानियां व कविताएं भेजी। जिसे पाठकों ने बेहद पसंद किया और इस श्रृंखला को बेहद प्यार दिया। मुझे ख़ुशी हो रही है कि पाठकों की मांग पर ही ‘कहानी का कोना’ की ओर से ‘लेखक व साहित्यकार’ श्रृंखला—2 की शुरुआत की गई है। इसके लिए आप सभी से अपनी रचनाएं आमंत्रित हैं। चूंकि ‘कहानी का कोना’ आपका अपना ‘कोना’ है, इसीलिए आप सभी के लिए ये मंच खुला हैं। आप चाहे स्थापित लेखक व कवि हैं या फिर अभी—अभी ही आपने लिखना शुरु किया हैं। आप अपनी रचनाएं अवश्य भेजें…। इसका मकसद है रचनाकारों को मंच मिलें, और उनकी रचनाएं सुधि पाठकों तक पहुंचें। कृपया अपनी रचनाएं नीचे दी गई मेल आईडी पर भेजें— kahanikakona@gmail.com धन्यवाद टीना शर्मा ‘माधवी’ (एडमिन) Ghazalkavitawriterकविकविताग़ज़लग़ज़ल-निरुपमा चतुर्वेदीलेखक व साहित्यकार 1 comment 1 FacebookTwitterPinterestEmail teenasharma previous post स्ट्रीट आर्टिस्ट हूं भिखारी नहीं next post कविता दरवाज़े से जब Related Posts बंजर ही रहा दिल August 24, 2024 रामचरित मानस यूनेस्को ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड’ सूची... May 15, 2024 पानी पानी रे October 30, 2023 समर्पण October 28, 2023 विंड चाइम्स September 18, 2023 रक्षा बंधन गीत August 27, 2023 पहली गुरु हमारी ‘मां’ July 4, 2023 उपन्यास ’उधड़न’ का लोकार्पण June 24, 2023 मीठे नीम से पिता June 18, 2023 गर लफ़्ज़ों की दहलीज होती April 23, 2023 1 comment shailendra sharma December 16, 2022 - 4:52 am बेहतरीन रचना Reply Leave a Comment Cancel Reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.